Thursday, February 25, 2010

अभी तक आदमी बनकर तुम्हे जीना नहीं आया..........

खुशी हद से बढ़ी तो आ गए मुस्कान को आंसू
कहीं कोई लुटा तो आ गये ईमान को आंसू
चढ़ाकर लूट की संपत्ति तुमनें जीत माँगी तो
पुजारी मुस्कराया आ गये भगवान को आंसू ।

पराई पीर का प्याला तुम्हे पीना नहीं आया
मनुजता का फटा आंचल तुम्हे सीना नहीं आया
भले ही तुम फरिश्तों की तरह बातें करो लेकिन
अभी तक आदमी बनकर तुम्हे जीना नहीं आया।

तुम्हारे पास बल है बुद्धि है विद्वान भी हो तुम
इसे हम मान लेतें हैं बहुत धनवान भी हो तुम
विधाता वैभवों के तुम इसे भी मान लेते हम
मगर यह बात कैसे मान लें इंसान भी हो तुम।

लगा ली गले से नफरत मुहब्बत तक नहीं पहुंचे
बसाया झूठ को दिल में सदाकत तक नहीं पहुंचे
सितारों तक तुम्हारा यह सफर किस काम का जब तुम
अँधेरे में सिसकती आदमियत तक नहीं पहुंचे ।
( रचना - स्व.पंडित रूप नारायण त्रिपाठी जी )


अब दिल भर गया है इन बाबाओं से , माफ़ कीजियेगा ये वो बाबा नहीं जो दाढ़ी मूंछ वाले और अखाड़ो में रहने वाले होते है ये वो बाबा है जो संसद भवन में रहते है, देश के युबराज कहे जाते है, आम आदमी की झोपडी मेक्झाते है लेकिन आम आदमी, दलित बाकि दिन क्या खाता है या इस महंगाई में खली पेट सोता है, इसका ख्याल नहीं आता..
अब तो यही दिमाग में आत है की..

न हयात चाहिए न आफताब चाहिए,
आवाम को तसल्ली नहीं, जवाब चाहिए
जलती आँखे और भूखे पेट कह रह "अजित"
हिंदुस्तान को एक नया इन्कलाब चाहिए

4 comments:

  1. जलती आँखे और भूखे पेट कह रह "अजित"
    हिंदुस्तान को एक नया इन्कलाब चाहिए
    ....बहुत खूब !!!

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  2. धन्यवाद भाई साहब
    बस दिलकी भड़ास है , निकलती रहती है..
    हा , अभी तक कुछ बदल नहीं पाई, शायद आगे आग लगे...

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  3. awaj uthi hai to awaj badhai jaye..

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  4. total wastage of time....aap apni party ko better banane ke liyae kya kar rahe ho? kyonki 10 yrs ke history main dekho ge then shayad aapki soonch badal jayae....hum sudhrenge to zamana sudhrega.today one women was burnt alive by our party MLA, KYA kehna hai apka is subject par, kyon nahi aise bure person ko nikal te hum? itni aawaz uthate ho, behanji ke liyae, jise hume kuch lena dena hani....apni party ko better banao, so that i can work with good people , else it will be very difficult to win the next election, yesterday i was with Netaji(MSY), do u here him saying ne thing against Mayawati? why? casue we decided yesterday to ....do thing better for us, not to improve her or correct her. SO HELP US....

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