Tuesday, September 12, 2017

कर्ज माफ या किसान साफ ?????

हम किसानों की इतनी बड़ी कर्ज माफी के लिए देश और  प्रदेश के #मोदी जी और #योगी जी का धन्यवाद करते हैं
और उन्हें बताना चाहेंगे कि किसान आपके अंबानी अडानी और माल्या जैसे साथियों की तरह कर्ज लेकर खाने वाला और भगोड़ा नहीं होता....

किसान आत्म सम्मान से जीने वाला और अपने मेहनत की खाने वाला होता है और जहां तक संभव होता है आज भी गांव के आम आदमी और किसान के लिए कर्ज चुकाना सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है और सामाजिक सम्मान की वजह, किसान आधे पेट खाता है लेकिन अपना कर्जा चुकाना जरूर चाहता है

जो आपने 12-15  रुपए का कर्ज माफ किया है नि:सन्देह इससे प्रदेश के किसान कम से कम #पान_खाकर अपना मुँह लाल कर सकता है और उसकी पीक इस संवेदनहीन, नकारा सरकार की नीतियों पर थूक सकता है....

ये नकारे,ढपोरशंखों और जुमलेबाजों की सरकारें सिर्फ जुमले दे सकती हैं, हिंदू मुस्लिम दंगे करवा सकती हैं,  यादव ठाकुर दंगे करवा सकती हैं, दलित ब्राम्हण दंगे करवा सकती हैं,
लेकिन इन नकारा नालायकों के बस का कोई रचनात्मक कार्य है ही नहीं,  यह जहां 15-15 सालों से हैं वहां आज भी वही के वही हां इनका मनपसंद काम दूसरों के काम का फीता काटना और कैमरे के सामने बड़ी-बड़ी बातें करना इनका फेवरेट शौक है
आज किसानों के साथ कर्जमाफी के नाम पर जो मजाक हुआ है इसका जवाब देश प्रदेश का किसान इस सरकार को जरूर देगा...और शायद दिन 3 साल और 5 महीने के कुकर्मों का ही डर है कि उत्तर प्रदेश सरकार का कोई भी मंत्री और मुख्यमंत्री चुनाव में जाने का साहस नहीं जुटा पाये गए और नोटबंदी के घोटाले से बचाए गए पैसे से सिर्फ एमएलसी खरीद रहे हैं...

एक तरफ जहां पूर्व समाजवादी मुख्यमंत्री श्री Akhilesh Yadav  जी के शासन में प्रदेश के किसान साथियों को आबपाशी शुल्क  से मुक्ति दी गई थी
ट्युबवेल और नहर का पानी किसानों के लिए मुफ्त था और सबसे बड़ी बात कि ऋण न चुका सकने की दिशा में किसानो की जमीन की नीलामी नहीं हो सकती थी वही इस सरकार ने यह सारी योजनाएं बंद करके किसानों के गले पर पैर रखने का काम किया है.....


No comments:

Post a Comment